कोरोना महामारी के चलते हुए व्यापक लॉकडाउन के कारण सभी शिक्षण संस्थान बंद है, ऐसे में शिक्षण संस्थानों ने ऑनलाइन माध्यमों से विद्यार्थियों को पढ़ाने का रास्ता निकाला है। इसमें शिक्षक विद्यार्थियों को व्हाट्सएप के जरिए होमवर्क दे रहे हैं। झारखंड के घाटशिला में एक सनसनीखेज मामला सामने आया जहां पर स्कूल ने एलकेजी और यूकेजी के छात्रों को अंबर के तौर पर पाकिस्तान और बांग्लादेश का राष्ट्रगान याद करने का टास्क दिया।

घाटशिला के निजी विद्यालय संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर के स्कूल प्रबंधन ने एलकेजी और यूकेजी के छात्रों को भारत सहित पाकिस्तान और बांग्लादेश के राष्ट्रगान को याद करने के लिए कहा साथ ही उनके स्मृति चिन्हों को भी होमवर्क के तौर पर याद करने को दिया गया। कोरोना के चलते विद्यालयों के बंद होने के कारण संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर की शिक्षिका शैला परवीन ने 7 और 8 जुलाई को व्हाट्सएप ग्रुप पर एलकेजी और यूकेजी के छात्रों को होमवर्क के तौर पर यह टास्क दिया था। जब इसकी जानकारी विद्यार्थियों के परिजनों को पड़ी तो हंगामा खड़ा हो गया। शिक्षिका शैला परवीन ने बताया कि यह होमवर्क प्रिंसिपल के आदेश पर ही दिया गया है।

जब से यह मामला सोशल मीडिया पर फैला तभी से स्कूल प्रबंधन के खिलाफ परिजनों और लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। स्कूल प्रबंधन ने अपने बचाव में कहा कि इसका उद्देश्य केवल छात्रों के सामान्य ज्ञान की वृद्धि के लिए था। वहीं लोगों ने इस विषय को गंभीर मानते हुए स्कूल प्रबंधन पर कार्यवाही करने की मांग की है।