नई दिल्ली: लद्दाख में चीन के साथ झड़प के मामले पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में दलों ने चीन के मुद्दे पर सरकार के रुख का समर्थन किया है। इस बैठक में सोनिया गांधी, अखिलेश यादव, मायावती, शरद पवार समेत कुल 17 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।
मोदी सरकार ने जिस तरह परिस्थितियों को हैंडल किया, उसके प्रति सभी दलो ने समर्थन व्यक्त किया।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने सवाल उठाते हुए कहा कि सर्वदलीय बैठक पहले ही बुलाई जानी चाहिए थी। सरकार एलएसी को लेकर आश्वासन दे। प्रधानमंत्री द्वारा और जानकारी दी जानी चाहिए थी।
उन्होंने सरकार से कुछ सवाल भी पूछे:
- सरकार ये बताए कि चीन ने LAC पर घुसपैठ कब की?
- किस तारीख को चीनी सेना ने घुसपैठ की. सरकार को कब पता चला कि घुसपैठ हुई?
- क्या सरकार को, नियमित रूप से, हमारे देश की सीमाओं की सैटेलाइट तस्वीरें नहीं मिलती हैं?
- या खुफिया एजेंसियां चीनी मूवमेंट की जानकारी देने में नाकाम रहीं?
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ये भी कहा कि जब 5 मई को लद्दाख समेत कई जगह चीनी घुसपैठ की जानकारी सामने आई, तो उसके तुरंत बाद ही सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि हम अब भी इस विवाद के कई अहम पहलुओं को लेकर अंधेरे में हैं।
शरद पवार, उद्धव ठाकरे, मायावती के साथ सभी दलो ने किया सरकार का समर्थन–
वहीं बैठक में पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने कहा कि सैनिकों ने हथियार उठाए हैं या नहीं, इसका फैसला अंतरराष्ट्रीय समझौतों से होता है और हमें ऐसे संवेदनशील मामलों का सम्मान करने की जरूरत है। बसपा सुप्रीम मायावती ने विदेश मंत्रालय की तरफ से पेश किए गए प्रेजेंटेशन पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि व्यापार और निवेश के मोर्चे पर चीन से मोर्चा लिए जाने की जरूरत है. इसके साथ ही उन्होंने जोड़ा कि यह वक्त राजनीति करने का नहीं है, पीएम मोदी इस मसले पर जो भी फैसला लेंगे, वे पूरी तरह से उनके साथ हैं.
सर्वदलीय बैठक में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के प्रमुख और मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा, ‘हमें पीएम पर पूरा भरोसा है. अतीत में भी, जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आई, तो पीएम ने ऐतिहासिक निर्णय लिए.’
टीआरएस चीफ और तेलंगाना सीएम के.सी.राओ ने कहा कि कश्मीर पर पीएम की स्पष्टता ने चीन को नाराज कर दिया है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पीएम के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान ने चीन को झकझोर दिया है.
RJD और AAP को नहीं मिला न्यौता