लॉकडाउन के चलते सभी धार्मिक स्थलों को बंद किया गया था लेकिन सरकार ने 8 जून से चरणबद्ध तरीके से सभी मंदिरों को खोलने का आदेश दे दिया है। मंदिर में प्रवेश से पूर्व थर्मल स्क्रीनिंग होगी और मंदिर के मूर्तियों को छूने पर प्रतिबंध लगाया गया है।प्रसाद वितरण पर भी रोक लगा दी गई है।
मंदिर में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।वहीं मध्यप्रदेश के मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर में सेंसर वाली घंटी लगाई गई है. कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए ये तरीका अपनाया गया है।
इस घंटी की खासियत यह है कि ये घंटी बिना छुए बजेगी आप घंटी के आसपास भी पहुंच जाएंगे तो यह घंटी बज उठेगी.इस मंदिर में सेंसर वाली घंटी लगाने वाले की जमकर तारीफ़ हो रही है।
घंटी लगाने वाले व्यक्ति का नाम नाहरू खान है । नाहरू खान से बताया कि कोरोनावायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए मंदिर में घंटी बजाने या मंदिर के दूसरे चीजों को छूने की इजाजत नहीं दी गई है.
लेकिन इन सब के बीच मुझे एक चीज परेशान कर रही थी कि मस्जिदों से अजान सुनाई देने लगी, लेकिन मंदिर में घंटी की आवाज नहीं गूंज रही . इसलिए मैंने सेंसर वाली घंटी बनाने का काम शुरु किया, जिसमें घंटी बिना छुए भी बज उठेगी.
MP: A man, Nahru Khan has installed contactless bell at Pashupatinath Temple, Mandsaur. He says "We listen to azan, so I thought clanging of bells should also be heard. It works on proximity sensor (able to detect presence of nearby objects without physical contact)". #COVID19 pic.twitter.com/bjY13EqZk6
— ANI (@ANI) June 13, 2020
नाहरू खान ने जानकारी देते हुए कहा कि लगातार तीन दिन के मेहनत के बाद सेंसर वाली घंटी बनी है। इस घंटी को बजाने के लिए आपको सिर्फ इसके नीचे चेहरा या हाथ दिखाना है और फिर घंटी बजने लगेगी।
आपको बताते चलें कि यह देश का पहला ऐसा मंदिर है जहां सेंसर वाली घंटी लगी है। अब आप ये कह सकते हैं कि मध्यप्रदेश का पशुपतिनाथ मंदिर देश का पहला ऐसा मंदिर है, जहां सेंसर वाली घंटी लगी है.