जहां दुनिया भर के बड़े-बड़े वैज्ञानिक महामारी कोरोना वायरस की वैक्सीन ढूंढ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ़ कोडरमा ज़िले में बकरी मुर्ग़ियों की बली चढ़ाई और उड़ाई गई सोशल डिस्टन्सिंग का मज़ाक़, नादान पशु पक्षियों को मार के इन्होंने अपना पूजन अर्पण से भगवान को मनाने की कोशिश की।
में कुछ पढ़े लिखे लोगों का कहना यह भी है कि यहां सिर्फ़ बली ही नहीं चढ़ाई गई बल्कि सरकार के नियमों का उल्लंघन करते हुए जमकर सोशल डिस्टेंसइंग की धज्जियां उड़ाया गया।
अब सोचने वाली बात यह है कि आज के आधुनिक दौर में भी लोग ऐसी बातों में विश्वास रखते हैं. वही घंटों से सैकड़ों लोग मंदिर में जमा हो रहे थे पूजा के नाम पर बेजुबानों जानवरों की जान के बदले गांव में शांति की कामना करते हैं. वही इस दौरान सोशल डिस्टन्सिंग तो दूर यहां मास्क एवं सेनेटरी सिर्फ़ जैसे मूल्यवान वस्तु का भी प्रयोग नहीं किया गया।