भारत में कोरोना के मामले अब थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। दिन-ब-दिन कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसी बीच यात्रियों को यात्रा के दौरान सुविधा मुहैया कराने के लिए भारतीय रेलवे ने एंटी कोरो ना कोच का निर्माण किया है।
कोरोना के दौरान भारतीय रेलवे की कपूरथला कोच फैक्ट्री में पोस्ट कोविड कोच का निर्माण किया है। जोकि यात्रियों को यात्रा के दौरान कंटैक्टलेस सफर मुहैया कराएगी। इसकी जानकारी समय रेलवे और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके दी है।
Unveiling the world's first COVID-safe coach with significant design improvements for post-COVID travel! 🚃 pic.twitter.com/bNNc4C6tN0
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 15, 2020
यह है इस कोच की कुछ खास बातें
1) हैंड्सफ्री सुविधाएं
‘पोस्ट कोविड कोच’ में अनेक हैंड्सफ्री सुविधाएं हैं जैसे कि पैर से चलने वाला पानी का नल एवं साबुन निकालने की मशीन, पैर से खुलने वाले टॉयलेट के दरवाजे, पैर से चलने वाले फ्लश वाल्व, पैर से बंद होने और खुलने वाली दरवाजे की चिटकनी, टॉयलेट के बाहर स्थित वॉश बेसिन में पैर से संचालित पानी का नल एवं साबुन निकालने की मशीन और डिब्बे के दरवाजे पर बांह से संचालित हैंडल हैं। यात्रियों को अब किसी भी काम के लिए हाथ का इस्तेमाल नहीं करना होगा।

2) कॉपर कोटिंग वाली रेलिंग
‘पोस्ट कोविड कोच’ में कॉपर कोटिंग वाली रेलिंग व चिटकनियां लगाई गई हैं क्योंकि कॉपर के संपर्क में आने वाला वायरस कुछ ही घंटों में निष्क्रिय हो जाता है। जब कॉपर की सतह पर वायरस आता है तो आयन वायरस को जोर का झटका देता है और वायरस के अंदर स्थित डीएनए एवं आरएनए को नष्ट कर देता है।

3) टाइटेनियम डाई-ऑक्साइड कोटिंग
‘पोस्ट कोविड कोच’ में टाइटेनियम डाई-ऑक्साइड कोटिंग की सुविधा है। नैनो बनावट वाली टाइटेनियम डाई-ऑक्साइड कोटिंग दरअसल फोटोएक्टिव (प्रकाश द्वारा सहज प्रभावित) मटिरियल के रूप में कार्य करती है। यह पानी आधारित कोटिंग पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती है, ये वायरस, बैक्टीरिया, फफूंदी एवं फंगस को नष्ट कर इन्हें पनपने नहीं देती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है, कि यह अंदर की हवा को बेहतर बना देती है।
लगातार बदलते हालात को देखते हुए भारतीय रेलवे की इस पहल से यात्रियों को सुविधा होगी और साथ ही इतरा के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण में कमी आ सकती है।