भारत-चीन के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव का असर अब बाजार पर दिखने लगा है। सोमवार को गलवान घाटी में हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने पर देशभर में लोग और कई व्यापारिक संगठन चीनी सामानों के बहिष्कार की मांग कर रहे हैं। देशभर में चल रहे विरोध का खामियाजा चीन की दिग्गज मोबाइल कंपनी ओप्पो (oppo) को उठाना पड़ा है।

बता दें, कि बुधवार की शाम को ओप्पो अपने नए मोबाइल फोन Find X2 की लाइव अनवीलिंग करने वाला था। पर बोल के लांच होने से पहले ही 20 मिनट का एक प्री-रिकॉर्डेड वीडियो यूट्यूब लिंक पर डाला गया जिसमें कंपनी ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए कंपनी किस तरह से काम कर रही है। वर्तमान में भारतीय मोबाइल फोन बाजार में ओप्पो की हिस्सेदारी 10.7 फिसदी है।

न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ओप्पो ने लाइव लॉन्च को रद्द क्यों किया इसका अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। कंपनी सूत्रों से पता चला है कि माहौल में तनाव देखते हुए और सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

देशभर में चीनी सामान का बहिष्कार अपने चरम पर है। भारत के व्यापारिक संगठन ‘कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स’ (कैट) ने पहले ही 500 चीनी सामानों की सूची जारी की है जिनका बहिष्कार किया जाएगा। इस माध्यम से कैट ने यह लक्ष्य रखा है कि 2021 तक चीन से आयात होने वाली वस्तुओं में 1 लाख करोड रुपए तक की कमी लाई जाए।
भारत सरकार पहले ही चीन से आने वाले सभी प्रकार के एफडीआई पर अब और सख्त से नियम लागू कर दिए गए हैं। भारत द्वारा चीन के हर निवेश पर बारीकी से निगरानी की जा रही है।