लॉकडाउन के कारण जहां एक और कई कंपनियां सड़क पर आ गई है वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे कारोबार है जिनके लिए लॉकडाउन चांदी का अवसर बन गया है।
इंस्टेंट नूडल्स बनाने वाली कंपनी नेस्ले ने अपने प्रोडक्ट मैगी की बिक्री में लॉकडाउन के समय 25 फ़ीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की है। नेस्ले इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर सुरेश नारायण ने बताया कि निचले ने अपने सभी पांचों कारखानों में काम को बढ़ा दिया है। बता दे की नस्ले इंडिया सालाना 12000 करोड़ों का व्यापार भारत में करता है।

जहां लॉकडाउन के कारण ज्यादातर रेस्टोरेंट बंद थे तो 2 मिनट में पक जानेवाली मैगी लोगों के लिए एक नाश्ते का अच्छा विकल्प बनकर आया है। बाजार में यह स्थिति पहुंच गई थी कि यह भी आसानी से मिल नहीं रहा था। लॉकडाउन के कारण लोगों ने मेगी को काफी बड़ी मात्रा में अपने घर में ही स्टॉक कर लिया। देशभर में हेल्दी ईटिंग के चलन के कारण भी मैगी की लोकप्रियता में कोई भी कमी नहीं आई है।
अन्य खाद्य उत्पाद भी हुए पॉपुलर
अभी कुछ दिनों पहले ही पार्ले कंपनी ने बाजार में अपनी हिस्सेदारी को 5% तक बढ़ा दिया था जिसमें 80 से 90 फ़ीसदी योगदान पारले-जी बिस्किट का रहा है। लॉकडाउन होने के कारण इस तरह के उत्पाद नाश्ते और चाय के साथ एक अच्छा विकल्प लोगों के लिए साबित हुए हैं। जिस कारण इनकी मांग में बढ़ोतरी हुई है।